घुर्र-घप्प काला भैंसा ! - New Sex Story

घुर्र-घप्प काला भैंसा ! - New Sex Story


पर्वी लेडी ( pervy lady ), 59 वर्ष के रंगमंच पर एक के बाद एक कुत्सित कर्म होते। ये कामुक मर्दों के गुप्तांगों में नशीला करेंट दौड़ा देते। आज रात पर्वी लेडी मिलिटरी की ड्रेस में हंटर लिए खड़ी थी। सदा की तरह आज भी भीमकाय और बड़ी कड़ी उम्र के जालिम मर्द मंच पर कमसिन कन्याओं की इज्जत लूटने के लिए अपने नंगे लंड को गरम कर रहे थे। आज मंच पर दो मर्द राक्षस थे। अब भले ही उनकी उम्र 65 और 68 वर्ष हो। पर्वी लेडी को ऐसे ही मर्द चाहिए थे जो कन्या -मांसखोर हो, और जो कमसिन कन्याओं की फुद्दी की नस-नस को झँझोड़ कर चुद्दी मारते हो।


आज जो बालिका थी, सिर्फ 14 साल की कोरी-कच्ची कली। नाम रम्या। उसे आगे-पीछेर रगड़ने को दो महापुरुष थे — भोमसिंह घोड़ेवाला ( 65 वर्ष ) और गोंडालाल रगड़ेवाला ( 68 )। दोनों महाकाय जंगली काले भैंसे जैसे जालिम थे। फिर पर्वी लेडी भी थी, मिलिटरी ड्रेस में। उसके हाथ में हंटर था और यह हंटर अब सरे आम 14 वर्ष की रम्या के नाज़ुक मम्मों, गोरे-गोरे पेट, मांसल गांड, और पान के पत्ते सी मसृण व कोमल फुद्दी पर तड़ातड़ हंटर की ठुकाई होनी थी। हंटर खास था। वह चुभता कम पर आवाज के फटकारे शक्ति के साथ करता। उसके कोर में एक बिजली का हल्का झटका भी था। वाह!


रम्या को घोड़ी बनाया और पर्वी लेडी भसक नंगी हो उसके पीछे लग गई। पर्वी की भोसड़ी रम्या की गांड से चिपक गई। फिर पर्वी लेडी ने रन्या की नंगी गांड के दोनों गोलकों को अच्छी तरह दबा-दबा मसला। फिर हंटर की चोट पर चोट। हर चोट पर रम्या उछलती। बाद में यही मज़ा भोमसिंह घोड़ेवाला ( 65 वर्ष ) ने लिया। उसके हाथ में एक खुरदरा डंडा था जो रम्या की नाज़ुक चूत की झिल्लियों को झंझोड्ने के लिए पर्याप्त से कहीं अधिक था। फिर गोंडामल रगड़ेवाला ( 68 वर्ष ) भी मैदान में था। उसने रम्या की गांड के छेद में यह डंडा चढ़ाया; डंडा बहुत काला था।


असल काम तो रम्या की पहली चुदाई थी; सही है है की रम्या अभी एकदम कच्ची-कच्ची थी। ऐसी कन्या की सील पहली बार कामुक दर्शकों के सामने टूटे और खून बहे, उसका मज़ा कुछ और ही होता है। यह तय हुआ कि घोड़ेवाला इस कन्या की सील, चूत की सील, तोड़ेगा जबकि उसी वक्त रगड़ेवाला रम्या की गांड मारेगा। फिर दोनों बारी-बारी रम्या की फुद्दी व नितंब का बाजा बजाएँगे।

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लेकिन इससे पहले दोनों मर्द राक्षसों ने रम्या को उलटा दिया, अर्थात उसका सिर नीचे और टांगें ऊपर हवा में। अब दोनों ने दो लंड रम्या के मुंह के भीतर हलक तक घुसेड़ आगे-पीछे घप्प-घप्प चोदने लगे। फिर बारी आई उसके मम्मों को काटने की। दोनों ने एक साथ मम्मे काटे और चूँची की नोंक को नाखून चुभाया। दर्द से वो बिलबिला उठी। बारी-बारी दो-दो लंड रम्या की अति कोमल चूत में बुरी तरह से घोडाकुदाई या घोड़ाचुदाई हुई। इस वक्त रम्या बुरी तरह रोने लगी। उसके गालों पर व ओठों पर आँसू ढलक रहे थे। यह चीत्कार था पर दोनों नहीं रुके जब तक की खून की धार उसकी योनि व गुदा से नहीं निकली। खून निकलते देख दोनों वहशी हो गए, और रम्या को तब तक मार-मार रगड़ा जब तक वह बेहोश नहीं हो गई। बेहोश होने पर इन पापियों ने मानवता कू शर्मिंदा करने के लिए उस पर पानी की छिनते किए। जब देखा कि साली होश में आ गई तो उस पर फिर चढ़ गए और उसके जिस्म व रूह को रगड़ने लगे।



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